‘समिधा और नदी का घर’ में दिन भर चलीं बैठकें,नजर बचा कर चुपके-चुपके नेता जाकर करते रहे बैठक

पिछले एक हफ्ते से मप्र भाजपा में गुप्त बैठकों का दौर शुरु हो गया है। प्रदेश कार्यालय में बैठकें होने से बात बाहर आ जाती है लिहाजा अब भाजपा नेताओं ने एक अलग ही रास्ता अपना लिया है। प्रदेश कार्यालय में उसी नेता के साथ बैठक की जाती है जिसकी खबर को खुद भाजपा लीक करना चाहती है। बुधवार को भी भाजपा के अलग-अलग नेताओं की बैठक हुई। सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में सांसद खेल महोत्सव का शुभारंभ हुआ जिसमें प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल शामिल हुए उसके बाद खंडेलवाल कहां गायब हो गए इस बात की खबर किसी को कानो कान नहीं लगी। दरअसल पिछले एक महीने से मप्र भाजपा का एक नया और गुप्त ठिकाना नदी का घर बन चुका है। प्रदेश कार्यालय के अलावा अब वहीं पर गुप्त बैठकें हो रही हैं। यह बात लिखने की जरुरत नहीं है कि वहां से भाजपा को कौन ऑपरेट कर रहा है। लेकिन जो भी ऑपरेट कर रहा है वो काफी पावरफुल है। यही कारण है कि प्रदेश कार्यकारिणी से लेकर निगम-मंडलों की नियुक्ति तक के लिए वहीं से सलाह ली जा रही है। सबसे पहले प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल गायब हुए और करीब एक घंटे तक उनकी बैठक चली। उनके बाद विधायक भगवानदास सबनानी को भी बैठक में बुलाया गया। इन सभी नेताओं को सिंगल यानि अकेले बुलाया गया। नेताओं को अकेले बुला कर न सिर्फ उनसे रायशुमारी की जा रही है बल्कि उन्हे यह भी बताया जा रहा है कि आपको आगे क्या करना है आपको आगे कौन सी जिम्मेदारी मिलने वाली है। लिहाजा आपको उस जिम्मेदारी से कोई दिक्कत है तो अभी बता दीजिए बाद में नाराजगी के लिए कोई मौका नहीं होना चाहिए। बताया यह भी जा रहा है कि सीएम यादव को भी बुलाया जा चुका है और उन्होने अपने सुझाव दे दिए हैं। अब इंतजार उस वक्त का है जब दुप्त निवास और गुप्त बैठकों के नतीजे जनता के सामने आएंगे।
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