भाजपा पदाधिकारियों का बढ़ा इंतजार,'बिहार चुनाव के बाद होगी प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा'

मप्र भाजपा की बहुप्रतीक्षित प्रदेश कार्यकारिणी फिलहाल ठंडे बस्ते में चली गई है। दरअसल बिहार चुनाव के तारीखों का ऐलान हो चुका है और प्रदेश भाजपा के अधिकतर नेताओं,पदाधिकारियों की ड्यूटी बिहार में विधानसभा चुनाव में लगा दी गई है। जबकि माना ये जा रहा था कि नवरात्रि से दीपावली के बीच भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी घोषित कर दी जाएगी और उसके तुरंत बाद निगम-मंडलों की घोषणा का दौर शुरु हो जाएगा। लेकिन अब कार्यकारिणी में शामिल होने की उम्मीद लेकर बैठे नेताओं का इंतजार बढ़ गया है। बिहार चुनाव के चलते ही भाजपा जिलों की कार्यकारिणी घोषित करने में भी पीछे हो रही है। दरअसल जिन जिलों में विवाद की स्थिति नहीं थी उन जिलों की प्रदेश नेतृत्व की तरफ से पहले ही कार्यकारिणी घोषित कर दी गई उसके बाद बारी आई उलझे और विवादित जिलों की तो एक-एक कर उन जिलों में सामंजस्य बैठा कर कार्यकारिणी घोषित हो रही थी। इस बीच प्रदेश प्रभारी महेन्द्र सिंह और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को बिहार में चुनावी गणित बैठाने के लिए भेज दिया गया। उनके बाद पार्टी के अन्य कई नेताओं और पदाधिकारियों की ड्यूटी बिहार विधानसभा चुनाव में लगा दी गई जिसके कारण अब तक भाजपा का प्रदेश नेतृत्व सभी संगठनात्मक जिलों की भी घोषणा नहीं कर पाया है। हांलाकि प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल प्रदेश कार्यालय में लगातार समय दे रहे हैं और कार्यकर्ताओं की फौज उनसे मिलने के लिए लगातार प्रदेश कार्यालय पहुंच रही है। नव निर्वाचित अध्यक्ष के पास लोग यही उम्मीद लेकर पहुंच रहे हैं कि कार्यकारिणी में कहीं उन्हे भी अर्जेस्ट किया जाए। इन सभी मेल मिलापों के बीच यह बात तय हो गई है कि प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल होने का सपना देख रहे नेताओं का इंतजार करीब डेढ़ से दो महीने का बढ़ गया है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने जो दावा किया था कि वो कार्यकारिणी जल्दी घोषित करने की तैयारी में हैं उसमें भी बिहार चुनाव भारी पड़ गया है। फिलहाल नेताओं के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।
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