कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के आरोप पर भारी पड़ा सीएम का दावा,कहीं से भी विरोध की नहीं आई खबर

मप्र कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बड़ा ऐलान कर कहा था कि 26-27 सितंबर को कांग्रेस प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा गौ-मांस को बढ़ावा देती है इसी लिए गौमांस पर जीएसटी की दर जीरो फीसदी कर दी गई। कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने ऐलान करते हुए कहा था कि गाय नहीं कटने देंगे गो-मांस नहीं बिकने देंगे। और गाय के लिए कांग्रेस प्रदेश भर में लगातार दो दिन तक प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक 26 सितंबर को कांग्रेस को बड़े शहरों में प्रदर्शन करना था तो वहीं 27 सितंबर को कांग्रेस छोटे शहरों में प्रदर्शन करने वाली थी। लेकिन दोनों तारीख निकलने के बाद प्रदेश भर में कहीं से भी कांग्रेस के प्रदर्शन की खबर नहीं आई। दरअसल बालाघाट में सीएम मोहन यादव ने एक जनसभा के दौरान कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि शायद कांग्रेस को यह नहीं मालूम कि मप्र में गौ-हत्या पर रोक है। यहां को कोई भी गौ-तस्करी की खबर मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाती है। लेकिन कांग्रेस के लोग कहीं भी राजनीति करने से बाज नहीं आते हैं। सीएम यादव ने यहां तक कहा था कि गौ-हतारे कांग्रेस नेताओं के रिस्तेदार हैं। जिस प्रकार से सीएम यादव ने बालाघाट में कांग्रेस पर हमला किया था उसके बाद कांग्रेसियों की बोलती बंद हो गई थी। दो दिनों तक प्रदर्शन करने का ऐलान करने के बाद कांग्रेस के नेता पीछे हो गए। शायद कांग्रेस को इस बात का भी अहसास हो गया कि उनके इस प्रदर्शन से एक समुदाय विशेश नाराज नाराज हो जाएगा जो उसका सबसे बड़ा वोट बैंक माना जाता है। लेकिन जिस प्रकार से कांग्रेस ने आंदोलन का ऐलान किया और फिर पीछे हट गई उससे यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस के पास सरकार को घेरने के लिए ठोस मुद्दे और आधार नहीं हैं। ठीक इसी प्रकार कांग्रेस ने एक बार किसानों के समर्थन में विधानसभा घेरने का ऐलान किया था जिसमें मंच टूटने से कई कांग्रेस नेता घायल भी हो गए थे। उस दौरान भी कांग्रेस ने मंच से ही आंदोलन खत्म कर दिया था। कांग्रेस अध्यक्ष के इस प्रकार के झूठे ऐलानों पर अब खुद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही भरोसा नहीं रहा है।
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