भाजपा के सांसद-विधायकों को दो- टूक,सोशल मीडिया में एक लाख फॉलोअर्स नहीं तो ‘नहीं मिलेगा टिकट’

भाजपा के सांसद और विधायकों के सामने एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल पचमढ़ी में आयोजित भाजपा के प्रशिक्षण शिविर के दौरान सांसद-विधायक और मंत्रियों के परफॉर्मेंस पर भी चर्चा हुई है। जिसमें खराब परफॉर्मेंस वाले सांसद विधायकों को दो टूक शब्दों में हिदायत दी गई है। रष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने सांसद विधायकों को फटकार लगाते हुए कहा है कि अपनी परफॉर्मेंस में सुधार लाएं। सोशल मीडिया में निष्क्रिय मंत्री और विधायकों को अगली बैठक में एक लाख फॉलोअर्स का लक्ष्य भी दिया गया है। तावड़े ने दो टूक शब्दों में कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए करना है। सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना है। बैठक में यहां तक कहा गया कि अगर विधानसभा,लोकसभा चुनाव का टिकट पाना है तो सोशल मीडिया में सक्रियता पढ़ानी होगी। मध्य प्रदेश भाजपा के सीर्ष नेताओं को छोड़ कर अन्य किसी नेता की हालत ज्यादा ठीक नहीं है। करीब 25 ऐसे मंत्री हैं जिनके सोशल मीडिया ऑलोअर्स का कुल आंकड़ा आठ लाख के भी पार नहीं है। महिला मंत्रियों में संपतिया उइके और कृष्णा गौर को छोड़ कर सभी की हालत खराब है। कुल मिला कर भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि टिकट चाहिए तो सोशल मीडिया में आपको पकड़ मजबूत रखनी होगी अन्यथा विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में टिकट की उम्मीद मत रखिएगा।
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