'शक्ति के सम्मान' में कांग्रेस से आगे भाजपा,16 जिलों की कार्यकारिणी में 33 फीसदी से अधिक मिला प्रतिनिधित्व

मप्र भाजपा की तरफ से जारी हो रही जिलों की कार्यकारिणी में भाजपा महिला सशक्तीकरण की ओर की एक नई इबारत लिख रही है। दरअसल पीएम मोदी ने महिला सशक्तीकरण का नारा दिया है और उसके लिए पार्टी सरकार की ओर से कई अभियान भी चलाए गए हैं। यही कारण है कि भाजपा की तरफ से जारी हो रही जिलों की कार्यकारिणी में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है। भाजपा ने अब तक 16 जिलों की कार्यकारिणी में 25 से 33 फीसदी तक महिलाओं को स्थान दिया है। मतलब साफ है कि पीएम मोदी ने सदन में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण का जो बिल पास किया था उसका पालन भाजपा का संगठन अभी से करने लगा है। एससी,एसटी और ओबीसी वर्ग को भी प्रतिनित्व मिला है। प्रत्येक जिला कार्यकारिणी में पांच से सात महिला नेताओं को उपाध्यक्ष से लेकर महामंत्री और मंत्री पद दिया है। पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष द्वारा भोपाल में ली गई बैठक के बाद से ही जिला कार्यकारिणी की घोषणा शुरु हुई थी। प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा भी भाजपा नवरात्रि में करने की योजना बना रही है। प्रदेश कार्यकारिणी में भी महिलाओं का 33 फीसदी प्रतिनिधित्व देखने को मिलने वाला है। पिछली जिला कार्यकारिणी में महिलाओं की संख्या इस बार के मुकाबले कम थी। वहीं भाजपा और कांग्रेस की तुलना करें तो भाजपा ने सात महिलाओं को जिला अध्यक्ष बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने सिर्फ चार महिलाओं को जिला अध्यक्ष बनाया है। कुल मिला कर भारतीय जनता पार्टी ने शक्त को उचित सम्मान देने का मन बना लिया है। जिसकी झलक अब एमपी बीजेपी में लगातार देखने को मिल रही है। सरकार से लेकर संगठन तक में भाजपा महिलाओं को लगातार प्रतिनिधित्व देने की ओर आगे बढ़ रही है इसका मतलब साफ है कि अब महिलाएं सिर्फ लाड़ली तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि वो नेतृत्व कर्ता की ओर तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
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