संगठन के ‘सृजन’ में नाकाम होते जीतू पटवारी पर सख्त केन्द्रीय नेतृत्व,लात घूसों की घटना पर केन्द्रीय नेतृत्व ने मांगी रिपोर्ट

मध्य प्रदेश कांग्रेस में संगठन सृजन अभियान चल रहा है। लेकिन संगठन का ऐसा सृजन होगा किसी ने ये कल्पना नहीं की थी। दरअसल केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा 61 पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश भेजे गए हैं जो हर जिलों का दौरा कर रहे हैं। सभी जगहों पर जिला अध्यक्षों के लिए रायशुमारी का दौर चल रहा है। लेकिन उस रायशुमारी में कांग्रेस के पर्यवेक्षकों के पसीने छूट रहे हैं। क्योंकि जिन-जिन जिलों में पार्टी के पर्यवेक्षक रायशुमारी करने जाते हैं वहां पर विवाद की स्थिति बन रही है। लेकिन भोपाल में तो पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सारी सीमाएं पार करते हुए लात-घूसे ही चला दिए। गौरतलब है कि संगठन सृजन अभियान के तहत भोपाल की सभी विधानसभा सीटों में भी रायशुमारी की जा रही है। लेकिन इस बीच कार्यकर्ता अपने चाहने वालों को पद में लाने के लिए सारी हदें और सीमाएं पार करते नजर आ रहे हैं। भोपाल उत्तर विधानसभा में हुई मारपीट ने कांग्रेस के अनुशासन की पोल खोल कर रख दी। जिस प्रकार से कांग्रेस के दो गुटों में मारपीट हुई और लात घूसे चले उसके वीडियो मीडिया में ऐसे वायरल हुए कि मामला दिल्ली तक पहुंच गया। अब दिल्ली हाई कमान ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी से रिपोर्ट तलब की है कि कहां-कहां पार्टी में विवाद हुआ है। खास कर भोपाल में जिस प्रकार से घटना हुई है उसकी विशेष रुप से जानकारी मांगी गई है। अभी तक जिस प्रकार से कांग्रेस में स्थितियां सामने आई हैं उससे यह साफ नजर आया है कि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पूरी तरह से संगठन में अनुशासन लाने के मामले में नाकाम साबित हुए हैं।
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