कांग्रेस का 'प्रशिक्षण' बहाना,गुटबाजी को है मिटाना,21 और 22 को 'नव संकल्प' करेगी कांग्रेस

भाजपा के प्रशिक्षण शिविर की तर्ज पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी 21 और 22 जुलाई को धार के मांडू में प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने जा रही है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक भाजपा से मुकाबला और अन्य चुनौतियों को लेकर कांग्रेस अपने विधायकों को तैयार करना चाहती है। लेकिन हकीकत इससे कोसों दूर है। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पार्टी की गत बड़ी खत्म करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किया। लेकिन वो पार्टी की गुटबाजी को खत्म करने में अब तक नाकाम रहे हैं। पिछले महीने दिल्ली से आए कांग्रेस के पर्यवेक्षक जब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पहुंचे तो जिस प्रकार से उन्हें की गचटबाजी का सामना करना पड़ा उसे वो भी हैरान और परेशान होकर रह गए। यही कारण है कि अब तक कांग्रेस पार्टी की तरफ से जिला अध्यक्षों के नाम पर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। अब मांडू में आयोजित कांग्रेस के चिंतन और संकल्प शिविर में सभी नेता बैठेंगे। दो दिनों तक चलने वाले इस शिविर में प्रशिक्षण कम गुटबाजी को खत्म करने पर ज्यादा जोर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि इस प्रशिक्षण शिविर में जब सभी नेता एक साथ बैठेंगे तो एकजुटता की बात होगी और मिशन 2028 के लिए एकजुट होकर चुनाव लड़ने की रणनीति तैयार होगी। गौर तलब है कि 28 जुलाई से विधानसभा के मानसून सत्र का भी आगाज होने जा रहा है। लिहाजा सत्र के पहले पार्टी के सभी विधायकों को यह बताया जाएगा कि राज्य सरकार को किस प्रकार से व्यूह रचना के तहत घेराबंदी कर हर मुद्दों में उलझाना है और कांग्रेस की बात को ज्यादा से ज्यादा जनता तक पहुंचना है। कांग्रेस नेताओं का मकसद है कि वो ज्यादा से ज्यादा घोटालें की बात करके भ्रष्टाचार, बेरोजगारी की आवाज उठाकर जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है। मजे की बात यह भी है कि कांग्रेस के इस शिविर के पहले ही पार्टी के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं में जमकर आपसी फूट देखने को मिल रही है। कांग्रेस प्रदेश की जनता के सामने खुद को जितना मजबूत दिखाने की कोशिश कर रही है। उतना ही कमजोर होती जा रही है।
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