आधे इधर जाओ आधे उधर जाओ बांकी मेरे पीछे आओ,कांग्रेस पर फिट बैठती है कहावत

मप्र कांग्रेस संगठन का सृजन कर रही है। मतलब कांग्रेस पार्टी अब अपने संगठन को एक बार फिर नए सिरे से खड़ा करने जा रही है। दरअसल कांग्रेस अब तक जितने भी चुनाव हारी तो पता चला कि संगठन की कमजोरी के चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण कांग्रेस ने पहले तो युवा नेतृत्व के हाथ में पार्टी की कमान सौपी बाद में संगठन के सृजन का काम शुरु कर दिया। इसके तहत पार्टी उन चुनिंदा कार्यकर्ताओं को आगे लाना चाहती है जो निश्वार्थ भाव के साथ पार्टी के लिए सालों से काम कर रहे हैं। संगठन के सृजन का काम कांग्रेस पहले ही विदिशा जिले में शुरु कर चुकी है जिसे पायलट प्रोजेक्ट का नाम दिया गया। अब कांग्रेस उस प्रोजेक्ट को बड़ा करने जा रही है। राहुल गांधी के भोपाल दौरे पर यह अभियान प्रदेश भर में उतर रहा है। अब यहां पर मजे की बात यह है कि सभी चीजों के लिए मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वैसे भी कांग्रेस नेताओं के ब्यौहार से मीडिया कर्मी नाराज रहते हैं। ऊपर से जब कांग्रेस में बैठक होती है तो मीडिया को बैठने के लिए स्थान तक नहीं दिया जाता है। कांग्रेस को ऐसा लगता है कि मीडिया वाले उनके दामाद हैं आखिर जाएंगे तो जाएंगे कहां। दूसरी तरफ भाजपा ने इस मामले मे भी बाजी मार ली है। उधर राहुल गांधी का दौरा इधर सरकार ने पचमढ़ी में कैबिनेट बैठक बुला जी जिसमे आधे मीडिया वाले चले गए बांकी बचे तो भाजपा के प्रदेश कार्यालय में बैठक आयोजित कर ली गई तो बचे हुए मीडिया कर्मी उसमे आ गए। अब कांग्रेस के इतने बड़े मेगा कार्यक्रम को आखिर कवर कौन करेगा। कांग्रेस में यू ट्यूबरों के अलावा कुछ चुनिंदा मीडिया कर्मी ही पहुंचें बांकी वाट्सेप यूनिवर्सिटी के माध्यम से कांग्रेस को कवर कर रहे हैं।
What's Your Reaction?






