मोहन को ‘मामा’ की चुनौती,25 मई से प्रदेश की हर विधानसभा में शिवराज सिंह चौहान करेंगे पद यात्रा

क्या भारतीय जनता पार्टी में सबकुछ ठीक चल रहा है। यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। दरअसल जिस प्रकार से पूर्व सीएम शिवराज की सजी हुई थाली डॉ. मोहन यादव को परोस दी गई तो उसकी टीस पूर्व सीएम के मन में तो होगी। और इस बात में कोई सक नहीं कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का मोह अभी भी एमपी से नहीं छूटा है। वो पहले भी कई बार कहते रहे हैं कि उन्हे दिल्ली नहीं जाना है। इसके बाद भी उन्हे एमपी से दिल्ली भेज दिया गया। पिछले कुछ समय से एमपी बीजेपी में जिस प्रकार से उथल पुथल मची है उसको देखते हुए एक बार फिर पूर्व सीएम की आवश्यकता पड़ चुकी है। नेताओं के विवादित बयान भाजपा के लिए गले की फांस बन चुके हैं और इस बीच पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर में पद यात्रा का ऐलान कर दिया है। 25 मई को विदिशा में अपने गृह जिले से शिवराज सिंह चौहान पद यात्रा का आगाज करने जा रहे हैं। कहा तो ये जा रहा है कि केन्द्र सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए औऱ पीएम मोदी की चार जातियों पर आधारित बयान पर केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की यात्रा निकाली जा रही है लेकिन जिस प्रकार से वो प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों में पद यात्रा निकालने जा रहे हैं उसके मायने कई तरह से निकाले जा रहे हैं। माना यह भी जा रहा है कि सत्ता और संगठन में मचे उथल-पुथल का लाभ अब शिवराज सिंह चौहान लेना चाहते हैं। पांव-पांव वाले भैया के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान की जब यात्रा निकलेगी तो इस बात में कोई सक नहीं कि उसका असर अलग होगा। क्योंकि शिवराज सिंह चौहान का जनता से मिलने और जुड़ने का जो तरीका है उससे वो लोगों के चहेते हो जाते हैं। जिस सरलता से शिवराज सिंह चौहान लोगों के बीच जाते हैं वो सबको अपना बना लेते हैं। और लाड़ली बहना योजना लागू करने के बाद ही उन्हे सीएम पद से हटाया गया था। लाड़ली बहनों का भाई और भांजियों का मामला जब उनके बीच होगा तो भाजपा के लिए कुछ अलग ही समस्याएं खड़ी होने वाली हैं।
What's Your Reaction?






