रेस के घेड़े और बारात के घोड़े' को अलग करेंगे राहुल गांधी,बीजेपी अध्यक्ष ने उन 'घोड़ों को बताया लंगड़ा

भोपाल के एक दिवसीय दौरे पर आए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिन भर पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक के दौरान ही राहुल गांधी ने संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत अब प्रदेश में कांग्रेस संगठन का नए सिरे से सृजन होगा मतलब पार्टी में सालों से निश्वार्थ भाव से काम करने वाले कार्यकर्ताओं को चिन्हित किया जाएगा। और उनकी लिष्ट तैयार कर केन्द्रीय नेतृत्व को दी जाएगी उसके बाद जिला अध्यक्षों की घोषणां का दौर शुरु होगा। लेकिन इस बीच कांग्रेस की बैठकों में जिस प्रकार से राहुल गांधी ने पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित किया वो पार्टी के पदाधिकारियों के गले नहीं उतरा। दरअसल राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही 'घोड़ा' कह डाला। राहुल गांधी ने जिस प्रकार से उदाहरण दिया कि उन्हे 'रेस के घोड़े और बाराते के घोड़े' को अलग-अलग करना है। राहुल गांधी ने कमलनाथ का नाम लेते हुए कहा कि उन्होने बताया है कि कांग्रेस में कभी-कभी रेस के घोड़े को बारात में और बारात के घोड़े को कभी-कभी रेस में दौड़ाया जाता है। इसी उदाहरण के आधार पर राहुल गांधी ने कहा कि अब वो रेस और बारात के घोड़ों को अलग-अलग करने जा रहे हैं। राहुल गांधी का ये बयान आने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का घोड़ा ही लंगड़ा है। राहुल गांधी कितनी भी कोशिश कर ले उनका संगठन कभी मजबूत नहीं हो सकता। वहीं बीजेपी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने कहा कि अब पार्टी कांग्रेस के सृजन नहीं विसर्जन का समय आ गया है।
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