फिर राम के रास्ते लौटी सरकार,दीपावली पर राम पथगवन पर 11 जिलों में होगा दीपोत्सव

लगातार भगवान श्रीकृष्ण की बात करने वाली भाजपा सरकार एक बार फिर श्रीराम के रास्ते पर लौटने की योजना बना रही है। राज्य सरकार की तरफ से एक वृहद योजना तैयार की गई है। भाजपा को इस बात का अहसास हो चुका है कि अब राम ही बेड़ा पार करेंगे। अभी तक सरकार की तरफ से श्रीराम पथगमन की बात होती रही है। राम पथगमन पर अभी तक काम शुरु नहीं हुआ लेकिन जनता को ढाढस बंधाने के लिए सरकार ने नया रास्ता तैयार कर लिया है। दरअसल सरकार दीपावली के मौके पर भगवान श्रीराम के पथ पर दीपोत्सव की योजना तैयार कर रही है। जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय कलेक्टरों को दी गई है। इस अभियान के लिए दिन और स्थान भी स्थानीय कलेक्टर ही तय करेंगे। मप्र के संस्कृति विभाग ने इस अभियान को पूरा करने के लिए तैयारी शुरु कर दी है। गौरतलब है कि प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा राम पथगमन बनाने का ऐलान किया गया था। सभी स्थलों का सर्वे कर चिन्हित करने का कार्य तेजी से चल भी रहा है। माना जा रहा है कि डेढ़ महीने के अंदर श्रीराम के पथों को चिन्हित कर लिया जाएगा। इन सभी स्थलों को धार्मिक पर्यटन के रुप में विकसित किया जाएगा। धार्मिक आयोजन होंगे। सभी प्रदेश वासियों को इसके माध्यम से एक सर्किट से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। संस्कृति विभाग द्वारा 11 जिलों को श्रीम रामपथगमन के लिए चिन्हित किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों को चिन्हित किया जा रहा है उसमें चित्रकूट में स्फटिक शिला,गुप्त गोदावरी,अत्रि आश्रम,शरभंग आश्रम,अश्वमुनि आश्रम,सिद्धा पहाड़,रक्सेल,पन्ना के पहाड़ी खेड़ा में बृहस्पति गांव कुंड,सारंगधर गांव में सुतीक्षण आश्रम,बड़े गांव में अग्निजिह्वा आश्रम और सलेहा में अगस्त्य आश्रम। मैहर में राम जानकी मंदिर,कटनी में भरभरा शिव मंदिर,जबलपुर में पिपरिया के पास रामघाट,नर्मदापुरम में पासीघाट और माच्छा के राम मंदिर। बालाघाट में राम पायली,मंडला में सीता रपट,उमरिया में राम मंदिर दशरथ घाट और मार्कंडेय आश्रम,शहडोल में गंधिया,अनूपपुर में कनवाई में स्थित सीतामढी।
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