बीजेपी कार्यालय में कार्यशाला चल रही थी और सुमेर सोलंकी VIP रेस्ट हाउस में नींद पूरी कर रहे थे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर भारतीय जनता पार्टी प्रदेश भर में सेवा पखवाड़ा चलाने के लिए प्रदेश कार्यालय में सेमिनार का आयोजन कर रही थी। उसी सेमिनार में बड़वानी से शामिल होने आए भाजपा के युवा और आदिवासी चेहरे डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी VIP रेस्ट हाउस में अपनी नींद पूरी कर रहे थे। ये वही सुमेर सिंह सोलंकी हैं जिन्हे भाजपा की तरफ से युवा आदिवासी चेहरे के रुप में तैयार करने की कोशिश की गई। एक गरीब परिवार से अपनी मेहनत के बूते आगे बढ़ने वाले डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने हर प्रकार के दिन देखे हैं। इस बात में कोई सक नहीं कि उन्होने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है। संघ की साखाओं में भी वो गए और उसी का नतीजा था कि बीजेपी ने प्रोफेसर सोलंकी को राज्यसभा का सांसद बनाया। भाजपा की सोच दूरगामी थी लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को शायद इस बात का अहसास नहीं था कि ऐसो आराम की जिंदगी मिलने के बाद उनका स्वभाव भी पूरी तरह बदल जाएगा। उसकी बानगी गुरुवार को उस वक्त देखने को मिली जब उमंग सिंघार ने आदिवासी समाज को हिंदुओं से अलग बता दिया। उमंग सिंघार का काउंटर करने के लिए भाजपा की तरफ से गजेन्द्र पटेल और फिर दुर्गादास उइके तुरंत आगे आए। तब तक डॉ. सोलंकी की नींद नहीं खुली थी। लेकिन जब रायता पूरी तरह से बिखर चुका था तब शायद उन्हे अहसास हुआ कि उन्हे भी अपना बयान सिंघार के विरोध में जारी करना चाहिए। शाम होते-होते सुमेर सिंह सोलंकी ने अपना बयान जारी किया। शुक्रवार को बीजेपी कार्यालय में कार्यशाला हुई जिसमें अजय जामवाल,सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। हर जिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में शामिल होने के लिए बड़वानी से राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी भी आए उन्होने सोचा VIP रेस्ट हाउस में थोड़ा आराम कर लिया जाए। एसी चला कर जब वो सोए तो कुछ समर्थकों ने कहा कि कार्यशाला में चलना है तो उन्होने कहा कि तुम लोग जाओ मै अपनी नींद पूरी करुंगा। कुल मिला कर भाजपा द्वारा तैयार किया गया युवा आदिवासी चेहरा सो रहा है और प्रदेश कार्यालय में मोदी के जन्मदिन को मनाने के लिए दिशा निर्देश दिए जाते रहे जिससे डॉक्टर साहब को कोई लेना देना ही नहीं है।
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