अब 'सरकार' के हाथ में होगी 'संगठन' की डोर,डमी अध्यक्ष की हुई नियुक्ति

लंबे समय से चल रहा भाजपा का इंतजार उस वक्त खत्म हो गया जब मप्र भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी गई। हर इंसान इस विचार में चल रहा था कि केन्द्रीय नेतृत्व एक बार फिर कोई नया नाम देकर चौका न दे। मीडिया में तो पहले ही हेमंत खंडेलवाल को संभावित उम्मीदवारों का नाम शामिल किया गया था। लेकिन विश्वास कम लोगों को ही था। आखिरकार जब केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और विवेक शेजवलकर भोपाल पहुंचे और नामांकन की प्रक्रिया कराई गई तभी तय हो गया कि सिंगल नाम रहेगा क्योंकि पार्टी में किसी और नेता में इतनी हिम्मत नही है जो केन्द्रीय नेतृत्व के सामने विरोध कर सके। दरअसल हेमंत खंडेलवाल के प्रदेश अध्यक्ष बनने की स्क्रिप्ट 6 महीने पहले ही तैयार कर ली गई थी। सुरेश सोनी ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पहले ही बता दिया था कि हेमंत खंडेलवाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाना है। सुरेश सोनी की बात को मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने इस समय स्वीकृति दे दी थी। इस बीच पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता अपने समर्थकों के लिए और खुद के लिए दिल्ली तक दौड़ लगाते रहे लेकिन आखिर में इस नाम पर सहमति बनी जिस नाम पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपनी मुहर लगाई थी। इस फैसले से यह भी साबित हो गया है कि अब सरकार और संगठन की डोर एक ही व्यक्ति के हाथ में होगी।
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