डॉ. नरोत्तम के दिए जख्मों पर मरहम लगाएंगे राहुल गांधी,करेंगे 'गद्दारों' की पहचान फिर होगा सृजन

मप्र कांग्रेस कमेटी अब अपने संगठन के सृजन पर काम करने जा रही है। पहले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी में जब समीक्षाओं का दौर चला तो पता चला कि प्रदेश नेतृत्व की तरफ से कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं दिया जाता है जिसके कारण पार्टी के मूल कार्यकर्ताओं ने संगठन और पार्टी के कामों से दूरी बना ली। रही सही कसर पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पूरी कर दी जब उन्हे भाजपा ने न्यू ज्वाइनिंग कमेटी का संयोजक बनाया तो उन्होने कांग्रेस पार्टी को तहस नहस कर दिया। प्रदेश के हर जिलों में कांग्रेस में इतनी तबाही मचाई कि भगदड़ मच गई और करीब पांच लाख कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। जिसके चलते कांग्रेस की रीढ टूट गई और लोकसभा में आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस को एमपी में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। अब पूर्व गृह मंत्री के दिए जख्मों को कांग्रेस में मरहम लगाने का काम किया जा रहा है। और संगठन के सृजन की कवायद की जा रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने 50 पर्यवेक्षकों को मध्य प्रदेश भेजने की योजना तैयार की गई है। अलग-अलग राज्यों से एमपी आए कांग्रेस के पर्यवेक्षकों को सहायक के तौर पर एमपी कांग्रेस से भी कार्यकर्ता दिए जाएंगे। जो सभी जिलों में जाएंगे और गद्दारों की पहचान करने के साथ ही पार्टी के लिए काम करने वाले नेताओं की लिष्ट तैयार करेंगे। उससे पहले तीन जून को राहुल गांधी को भोपाल में दौरा निर्धारित किया गया है। जहां वो कुशाभाऊ कन्वेंशन सेंटर में कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक करेंगे। इस बैठक में राहुल कांधी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे और फिर पार्टी के सृजन अभियान का भी आगाज करेंगे जिसके बाद केन्द्रीय पर्यवेक्षक प्रदेश के अलग-अलग जिलों के दौरे पर रवाना हो जाएंगे और वो जो रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौपेंगे उसके आधार पर ही कांग्रेस में नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी।
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