शिक्षकों के लिए ‘रिजल्ट’ बनेगा तबादले का आधार,अच्छे रिजल्ट वाले स्कूलों के प्राचार्यों और शिक्षकों को मिलेगी प्राथमिकता

एक से 30 मई तक तबादलों के लिए डेड लाइन जारी की गई है। लेकिन इन तबादलों में शिक्षकों के लिए अलग ही गाइड लाइन है। इस बार सरकार ने शिक्षकों के लिए के लिए उनकी स्कूल के रिजल्ट का आधार बना दिया है। उन्ही शिक्षकों और प्राचार्यों को तबादले में प्राथमिकता दी जाएगी जिनके स्कूल के रिजल्ट अच्छे होंगे। वहीं जिन स्कूलों के परिणाम लगातार औसत से भी कम आ रहे हैं वहां के शिक्षकों के भी कहीं अन्य जगहों पर तबादले किए जाएंगे। स्कूल शिक्षा विभाग उच्च पदभार,स्थानांतरण और शिक्षकों के प्रशिक्षण सहित अय सभी प्रक्रियाएं ग्रीष्मावकाश में पूरा करेगा। इसकी तैयारी भी शुरु हो गई है। शिक्षा पोर्टल 3.0 पर शिक्षकों का डाटा अपडेट किया जा रहा है जिससे स्थानांतरण प्रक्रिया शुरु करने में परेशानी न हो,हांलाकि पिछले साल 10वीं का परिणाम काफी खराब रा था जबकि 12वीं का कुछ हद तक ठीक था। पिछली बार भोपाल जिले का परिणाम काफी खराब था जिसके चलते अब वरिष्ठ अधिकारियों की बड़े शहरों पर मजबूत नजर है। गौरतलब है कि सरकार ने तबादला नीति में संशोधन करते हुए एक मई से तबादले की प्रक्रिया को शुरु कर दिया है जिसके चलते लगातार अपने तबादले की चाह रखने वाले कर्मचारियों ने आनलाइन माध्यम से अपना आवेदन की प्रक्रिया शुरु कर दी है। जिसके चलते स्कूल शिक्षा विभाग ने तबादले के लिए एक अलग ही क्राइट एरिया तय कर शिक्षकों के टेंशन में ला दिया है।
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