भाजपा संगठन से विद्यार्थी परिषद की होगी ‘छुट्टी’ वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को मिलेगा मौका,पंजा छाप कांग्रेस भी होंगे साइडलाइन

बदलाव के दौरे से गुजर रही मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बड़ी सर्जरी होने की तैयारी है। नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल संगठन को नए सिरे से गढ़ने की तैयारी कर रहे हैं। प्रदेश के सभी संभागों के प्रवास पर चल रहे हेमंत खंडेलवाल का मक्शद ही यही है कि स्थानीयय बॉडी के साथ बैठक कर पार्टी में मेहनत करने वाले नेताओं की पहचान की जाए। पार्टी में हजारों की संख्या में ऐसे कार्यकर्ता ऐसे हैं जिन्होने अपना पूरा जीवन पार्टी के लिए खर्च कर दिया लेकिन उन्हे न तो चुनाव लड़ने का मौका मिला और न ही संगठन में कोई स्थान जिसको लेकर हेमंत खंडेलवाल काफी गंभीर नजर आ रहे हैं। अध्यक्ष बनते ही प्रदेश अध्यक्ष ने जिस प्रकार से पार्टी के सीनियर नेताओं के घर जाने का सिलसिला शुरु किया है वह ये बताने के लिए काफी है कि वो अनुभव और मेहनत को तबज्जो देने वाले नेताओं में हैं। गौरतलब है कि पिछले संगठन विस्तार में पार्टी ने नया प्रयोग करते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के युवा चेहरों पर दांव लगाया था जिसके कारण पार्टी के सीनियर नेता काफी नाराज थे जिससे डैमेज कंट्रोल में पार्टी को काफी दिक्कतें हुई थी। कई महीनों तक डैमेज कंट्रोल की स्थिति ही बनी रही। वहीं Mukhbir को यह सूचना भी मिली है कि कांग्रेस से भाजपा में आए नेताओं भी पार्टी ज्यादा महत्व नहीं दोगी। खासकर उन नेताओं को जिनका दोहरा रवैया देखने को मिल रहा है। पता चल रहा है कि कांग्रेस से भाजपा में आए कई नेता फिर से कांग्रेस में जाने की जुगाड़ बना रहे हैं जिसके कारण भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ऐसे नेताओं को चिन्हित करके उन्हे किसी भी पद से बाहर रखने की योजना तैयार कर रहा है। जिससे बाद में दल बदल करने के कारण पार्टी को किसी भी प्रकार की किरकिसी का सामना न करना पतड़े। असल बात यही है कि अब हेमंत युग में सालों से उपेक्षित बैठे और धूल खा रहे भाजपा नेताओं को संगठन में स्थान मिलेगा जिससे पार्टी में आपसी सामंजस्य बैठाया जा सके।
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