भाजपा कार्यकारिणी में होगा बदलाव,आठ विधायकों और सांसदों का संगठन से कटेगा पत्ता,निगम-मंडलों में किया जाएगा अर्जेस्ट

मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष का निर्वाचन होते ही प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। नया अध्यक्ष मिलते ही खुद को कार्यकारिणी में शामिल करने के लिए कार्यकर्ता वरिष्ठ नेताओं के बंगले झांकने लगे हैं। नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल अपने संवोधन में यह मैसेज पहले ही दे चुके हैं कि मेहनती और इमानदार कार्यकर्ताओं को पार्टी में प्राथमिकता दी जाएगी। वर्तमान कार्यकारिणी में आठ विधायक भी शामिल हैं जिसमें तीन विधायक प्रदेश उपाध्यक्ष हैं,दो प्रदेश महामंत्री,एक विधायक मंत्री बन चुके हैं,एक प्रदेश शह कोषाध्यक्ष और एक प्रदेश प्रवक्ता हैं। इनके अलावा पांच मौजूदा सांसद भी प्रदेश कार्यकारिणी का हिस्सा हैं जिसमें एक प्रदेश उपाध्यक्ष,एक प्रदेश महामंत्री,और तीन बतौर प्रवक्ता संगठन का काम देख रहे हैं। ऐसे सांसद और विधायकों को अब दोहरी जिम्मेदारी से मुक्त कर उनकी जगह पर कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाया जाएगा। बताया यह भी जा रहा है कि विधायकों को संगठन की जिम्मेदारी से मुक्त कर उन्हे राजनीतिक नियुक्तियों में आर्जेस्ट किया जाएगा। जो दो से तीन बार के विधायक हैं और उन्हे मंत्री पद में होना चाहिए ऐसे विधायकों को निगम-मंडल और प्राधिकरण के खाली पड़े पदों में अर्जेस्ट कर खुश करने का प्रयास किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष बनते ही नए अध्यक्ष ने सांसद,विधायकों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को उनके अनुभव और निष्ठा के हिसाब से कार्य देने का मास्टर प्लान तैयार करना शुरु कर दिया है। बताया जा रहा है कि नए अध्यक्ष दिल्ली जाने वाले हैं लिहाजा इस दौरान वो नई कार्यकारिणी को लेकर दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर अनुमति भी लेंगे।
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