मेरा क्या होगा भाई साहब भाजपा में हर वर्तमान पदाधिकारी संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से पूछ रहा सवाल

Aug 3, 2025 - 09:02
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मेरा क्या होगा भाई साहब भाजपा में हर वर्तमान पदाधिकारी संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा से पूछ रहा सवाल

राजनीति का खेल बड़ा निराला होता है जो नेता पार्टी की एकजुटता की बात करते हैं वही नेता पद मिलने के बाद खुद की टीम बनाने लगते हैं। अपने करीबियों को प्रमुख पदों पर बैठाने का प्रयास करते हैं। अब भाजपा में यही प्रश्न चल रहा है हमारा क्या होगा। पूर्व अध्यक्ष वीडी शर्मा ने जिन्हे कार्यकर्ता से पदाधिकारी बनाया अब उनके भविष्य का क्या होगा यह एक बड़ा सवाल हो गया है। आज भाजपा कार्यालय में एक ही कानाफूसी होती है कि वीडी शर्मा वाली कार्यकारिणी में काम करने वाले पदाधिकारियों को अब नई कार्यकारिणी में स्थान मिलेगा य नहीं अथवा वो भी गुटबाजी की भेंट चढ़ जाएंगे। दरअसल भाजपा में अक्शर इस बात का जिक्र होता है कि यह एक कैडरबेस पार्टी है यहां गुटबाजी के लिए कोई स्थान नहीं है। लेकिन हकीकत भी यही है कि गुटबाजी का जो आलम भाजपा में है वो कहीं नहीं है। यहां के नेता खुल को पार्टी से ऊपर नहीं समझते लेकिन पार्टी को अपनी संपत्ति जरुर समझते हैं। यही कारण है कि जब नया अध्यक्ष बनता है तो पूरी कार्यकारिणी बदलती है और वो नए सिरे से अपनी टीम तैयार करता है। अब भाजपा में हेमंत युग का आगाज हो चुका है। वीडी युग के जो पदाधिकारी हैं उन्हे भी पद में रहते एक लंबा अरसा बीत चुका है लिहाजा उनके जहन में यही सवाल कौंध रहा है कि पार्टी में उनकी क्या भूमिका होगी। अब सभी के पास सिवाय हितानंद शर्मा के अलावा कोई नहीं बचे हैं जिसके पास जाकर वो अपने दिल की बात कर सकें। हेमंत खंडेलवाल अध्यक्ष बनने के बाद अपने क्षेत्र में ज्यादा व्यस्त हैं लिहाजा विधायक हों,पदाधिकारी हों अथवा पार्टी के कार्यकर्ता सभी संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के पास जाकर हाजिरी लगा रहे हैं और यही पूछ रहे हैं भाई साहब अब संगठन में मेरी क्या भूमिका होगी। संगठन नहीं तो निगम-मंडल में ही अर्जेस्ट करवा दीजिए। इस प्रकार से भाजपा के नेता,कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता कर प्रदेश संगठन महामंत्री के पास गुहार लगा रहे हैं। इस बात में भी कोई सक नही कि वर्तमान पदाधिकारियों ने वीडी युग में जमकर काम किया है। जिसमें भगवानदास सबनानी जैसे नेता शामिल हैं। जिन्होने पार्टी के लिए अथक परिश्रम किया है। अब ऐसे नेताओं के भविष्य पर भी तलवार लटक रही है कि संगठन में उनकी क्या भूमिका होगी। यह एक नाम है इसी प्रकार से सैकड़ों नाम हैं जो अपनी पहचान बनाए रखने के लिज भटक रहे हैं। भाजपा में नई कार्यकारिणी घोषित होनी है उससे पहले अनिश्चितता के बादल प्रदेश कार्यालय में देखे जा रहे हैं। जितने भी पदाधिकारी हैं वो सभी से बच बचा कर कार्यालय में हाजिरी लगा रहे हैं और अपना भविष्य सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। वर्तमान अध्यक्ष के पास सभी पदाधिकारी सीधे नहीं पहुंच पा रहे जिसके कारण वो य तो हितानंद शर्मा,शिवकुमार और अजय जामवाल के पास जाकर हाजिरी लगा रहे हैं। कुछ नेता दिल्ली तक दौड़ लगा कर खुद के लीए फील्डिंग जमा रहे हैं।

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