कांग्रेस ‘प्रदर्शन’ मोहन सरकार के खिलाफ करती है बात मोदी-ट्रंप की करती है:पढ़िए मुखबिर

मध्य प्रदेश कांग्रेस की बात हो अथवा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बात। केन्द्र और राज्य सरकार की तरफ से मुद्दे तो खूब उठाए जा रहे हैं लेकिन जनता को कांग्रेस के मुद्दों पर विश्वास ही नहीं हो रहा है। दरअसल कांग्रेस के नेता मध्य प्रदेश में लगातार वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान के नाम सहित अन्य विषयों पर भी राज्य सरकार को लगातार घेरने का प्रयास कर रहे हैं। हर प्रकार की कोशिशें हो रही हैं कि जनता के दिल और दिमांग तक पहुंचा जा सके। जमीन से लेकर सोशल मीडिया तक कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जनता को घेरने का काम कर रहे हैं उसके बाद भी जनता कांग्रेस के मुद्दों पर दिलचस्पी ही नहीं ले रही है। ऐसा लगता है कि जैसे प्रदेश में दो दलीय नहीं अब सिंगल पार्टी की प्रथा का कल्चर शुरु हो गया है। हकीकत यह है कि कांग्रेस के नेता प्रदर्शन कम दिखावा ज्यादा कर रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं में निष्ठा की कमी है। कांग्रेस नकल तो भाजपा की कर रही है लेकिन नकल में अकल का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। शुक्रवार को उज्जैन में कांग्रेस नेताओं ने जोरदार प्रदर्शन करने का प्रयास किया लेकिन उनके प्रदर्शन को मीडिया में भी तबज्जो नहीं मिली। इसके पीछे भी एक बड़ा कारण है। कांग्रेस के नेताओं सहित प्रवक्ता मुद्दे से हट कर अन्य बात करना प्रारंभ कर देते हैं। प्रदर्शन मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ करते हैं और बात मोदी और ट्रंप की करते हैं जिसके कारण प्रदेश की जनता कांग्रेस नेताओं पर विश्वास ही नहीं करती। कांग्रेस ने जिन प्रवक्ताओं को हायर कर रखा है वो पार्टी की बात रखने के बजाय मोदी की बात करते हैं। मीडिया भी अपना सिर फोड़ती नजर आती है क्योंकि कांग्रेस प्रवक्ताओं और नेताओं से जो पूछो वो उसके ठीक उलट जवाब देते हैं। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से ही इसकी शुरुआत होती है वो प्रेसवार्ता करते हैं जिस विषय के लिए प्रेसवार्ता करते हैं उस विषय को छोड़ बांकी सभी मुद्दों पर वो बात करते हैं जिसके बाद मीडिया भी सोचती है कि मुद्दा क्या था और उसमें खबर क्या है।
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