भाजपा जिला अध्यक्षों की गुटबाजी खंडेलवाल के लिए बनी चुनौती,अध्यक्ष ने दी नसीहत जाले साफ कर लें

मप्र भाजपा में बढ़ती गुटबाजी नव निर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनौती बन गई है। प्रदेश के हर अंचल में जिला अध्यक्षों के बीच गुटबाजी की खबरें हैं। दरअसल संगठनात्मक चुनाक के तहत जिला अध्यक्षों का निर्वाचन पहले ही हो गया था। जिला अध्यक्षों के निर्वाचन में पूर्व अध्यक्ष की अहम भूमिका थी। उनके अलावा जिन वरिष्ठ नेताओं की अनुशंसा पर जिला अध्यक्षों को बनाया गया वो जिला अध्यक्ष उन्ही को अपना नेता मानते हैं। और यही कारण है कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के सामने अब बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष के समय का एक भी जिला अध्यक्ष नहीं है लिहाजा जिलों के अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के शुर-अलग-अलग दिशा में जा रहे हैं। बुधवार को प्रदेश कार्यालय में भाजपा की कामकाजी बैठक आयोजित की गई थी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा बैठक का नेतृत्व कर रहे थे। बैठक के दौरान गुटबाजी की बात को लेकर प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल काफी सख्त नजर आए। पहले तो प्रदेश अध्यक्ष ने नसीहत देते हुए कहा कि ट्रांसफर के काम लेकर मंत्रियों के पास न जाएं,उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने जिला अध्यक्षों को नसीहत देते हुए कहा कि आप अपने दिमांग में जले जाले को निकाल लें। आपको किसी बड़े नेता ने नहीं संगठन ने पदाधिकारी बनाया है। आपके लिए संगठन ही सर्वोपरि है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संगठन में समन्वय बिठाते हुए कार्यकर्ताओं को आगे लाइए और जिलों में पार्टी के मुखिया तरह व्यवहार करिए। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने कहा कि जिले से कार्यकर्ता भोपाल आते हैं ऐसा इस लिए होता है कि जिला स्तर पर अध्यक्ष पार्टी कार्यालय में नहीं बैठते हैं। जिला स्तर के मामले अपने स्तर पर ही निपटाएं।
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