भूपेन्द्र और गोविंद सिंह राजपूत की लड़ाई में घिरी सरकार,आदिवासियों की जमीन के नाम पर जमकर हुआ हंगामा

पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और गोविंद सिंह राजपूत के बीच चल रही वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर सदन तक पहुंच गई। पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सदन में ध्यानाकर्षण सूचना पढ़ते हुए आरोप लगाया कि आदिवासियों की 500 एकड़ जमीन को अवैध रूप से ले लिया गया है। भूपेंद्र सिंह ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम लिए बगैर कहा कि एक मंत्री की शह पर आदिवासियों को डराया धमकाया जा रहा है और उससे बात नहीं बनती तो उन्हें लालच दिया जा रहा है और इस तरह से उनकी जमीन को लिया जा रहा है। जिस वक्त पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह सदन में यह प्रश्न कर रहे थे उसी दौरान खुद को जनजाति वर्ग का नेता कहने वाले उमंग सिंघार सदन में हंगामा कर रहे थे। पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के सवाल पर राजस्व मंत्री करण वर्मा ने जवाब दिया लेकिन भूपेन्द्र सिंह उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए उन्होंने कहा कि जब तक मंत्री जांच करने का आश्वासन नहीं देते तब तक यह मामला खत्म नहीं होगा। आखिरकार मंत्री करन वर्मा को सामने आकर यह कहना पड़ा कि वो इस पूरे मामले की जांच करवाएंगे और किसी भी आदिवासी की जमीन पर कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। गौरतलाब है कि पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है जो संगठन से लेकर सरकार तक लगातार बीच-बीच में देखने को मिलती रहती है। पिछले विधानसभा सत्र में भी पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने गोविंद सिंह राजपूत को घेरने में कोई कमी नहीं की थी। मजे की बात यह है कि यहां पर आदिवासियों की जमीन के नाम पर पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने गोविंद सिंह राजपूत को एक बार फिर से कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया लेकिन इस बीच यह भी पता चला कि अभी भी भाजपा में अनुशासन का पूरी तरह से डंडा चलना बांकी है।
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