रीवा में छह महीने में दो करोड़ से अधिक का नशीला पदार्थ हुआ बरामद,1017 आरोपी गिरफ्तार

रीवा संभाग में युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवित्ति को रोकने के लिए डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल लगातार प्रयास कर रहे हैं। पिछले 6 महीने में बड़ी संख्या में नशे के व्यापार में संलिप्त व्यक्तियों को जेल भेजने के साथ गांजा और कोरेक्स की भारी मात्रा में बरामदगी की गई है। नशा व्यक्ति के तन, मन और धन तीनों का विनाश करता है। रीवा और पूरे विन्ध्य क्षेत्र में चारों ओर हो रहा तेजी से विकास तभी सार्थक होगा जब भावी पीढ़ी को नशे से दूर रखा जाए। सर्किट हाउस रीवा में उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने नशामुक्त भारत अभियान के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि कोरेक्स तथा अन्य नशीले कफ सीरप जहाँ पर बनाए जाते हैं वहाँ से जिले में पहुंचने और बिक्री होने तक के पूरे तंत्र पर कड़ी निगरानी रखकर कार्रवाई करें। नशे के सौदागरों को जेल में भेजने के साथ कड़ी सजा दिलाने के प्रयास करें। अपराधियों पर कार्रवाई के साथ-साथ नशीले पदार्थों के आदी व्यक्तियों के पुनर्वास के भी प्रयास करें। इस कार्य में विभिन्न विभागों के साथ-साथ सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा आमजनों का सहयोग प्राप्त करें। नशा सामाजिक और आर्थिक बुराई होने के साथ-साथ अपराधों का भी मूल है। पूरे संभाग में नशे के विरूद्ध बड़ा जागरूकता अभियान चलाएं। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गौरव राजपूत ने संभाग विशेषकर रीवा जिले में नशे के विरूद्ध की जा रही कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 6 महीने में दो करोड़ से अधिक राशि के नशीले कप सीरप और गांजा की जप्ती की गई है। संभाग में अभियान चलाकर एक दिन में ही अवैध शराब के निर्माण पर कार्रवाई करते हुए 1017 आरोपियों को गिरफ्तार कर 22 लाख रुपए की अवैध शराब जप्त की गई। नशे के अवैध कारोबार में लिप्त व्यक्तियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। रीवा जिले में वर्ष 2023 में 176, वर्ष 2024 में 162 तथा वर्ष 2025 में अब तक 129 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
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