एमपी कांग्रेस को लगेगा बड़ा झटका,सीएम मोहन यादव ने लिखी स्क्रिप्ट बड़े नेता की भाजपा में होगी ज्वाइनिंग

मप्र कांग्रेस संगठन के सृजन में लगी है और मिशन 28 में फतह करने की योजना तैयार कर रही है। दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी 'सृजन' का सृंगार कर रही है। दरअसल पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस के एक बड़े नेता पुत्र लगातार सीएम के संपर्क में हैं। यह संपर्क विधानसभा में विकास के लिए ही नहीं बल्कि उससे कहीं आगे है। कांग्रेस के नेता तो सिर्फ यही मुगालते पाल कर बैठे हैं कि सीएम और विधायक के बीच मुलाकात सामान्य विषय है जिसे गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। लेकिन हकीकत उससे कोसों दूर है। दरअसल जिस संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस संगठन सृजन अभियान चला रही है उसी अभियान के बीच बीजेपी का सीक्रेट अभियान चालू हो चुका है। जिसकी भनक अभी तक कांग्रेस के आलाकमान को नहीं लग पाई है। और उसी का फायदा उठा कर भाजपा कांग्रेस के ऐसे विधायकों को अभी से चिन्हित कर रही है जो अगली विधानसभा चुनाव में भी सत प्रतिशत जीत सकते हैं। लिहाजा उन सभी विधायकों से भाजपा का कोई न कोई पदाधिकारी संपर्क में है। कांग्रेस के ऐसे ताकतवर विधायकों को यह भी नहीं बताया जा रहा कि आप हमारे भविष्य की योजना में शामिल हो। बस उनके साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया जा रहा है उनके हर काम को सरकार की तरफ से प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। जिससे कांग्रेस के वो विधायक 2028 में भाजपा में आने के लिए मजबूर हो जाएं। किसी भी रिस्ते का आधार होता है विश्वास और अगर वो विश्वास खुद की पार्टी में मिलने के बजाय दूसरी पार्टी में मिल रहा हो तो ऐसी स्थिति में ठिकाना बदलने में कोई परहेज नहीं होना चाहिए। और कांग्रेस के विधायक आने वाले समय में यही करने वाले हैं। भाजपा ऐसा मास्टर स्ट्रोक मारने की तैयारी में है जिससे कांग्रेस के संगठन सृजन का अभियान एक झटके में धराशाही हो जाए। वर्तमान कांग्रेस के ऐसे करीब दर्जन भर विधायक हैं जो प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से खुश नहीं हैं क्योंकि पटवारी अपने आप को न सिर्फ अध्यक्ष बल्कि कांग्रेस की तरफ से भविष्य का सीएम उम्मीदवार मान कर चल रहे हैं। और यही सबसे बड़ा कारण पार्टी में फूट का हो सकता है।
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