खुद के विधायकों से डर रही सरकार,कांग्रेस से ज्यादा सत्ता पक्ष के विधायकों पर नजर

विधानसभा के मानसून सत्र में प्रदेश सरकार को विपक्ष से ज्यादा अपने ही विधायकों से भय लग रहा है। सरकार की तरफ से पहले भी यह निर्देश जारी किए गए थे कि भाजपा के विधायक सदन में सिर्फ विकास से जुड़े मुद्दों पर बात करें। मुख्यमंत्री ने कहा था कि सरकार ने विकास के नए आयाम रचे हैं लिहाजा विधानसभा के अंदर भाजपा के विधायक विकास से जुड़े मुद्दों पर बात करें। भाजपा के विधायक उन्ही बातों का उल्लेख करें जिसमें सरकार के विकास की बात हो। विपक्ष को शांत रखना है तो सभी विधायकों को मिल कर विकास की बात करनी होगी। गौरतलब है कि पिछली विधानसभा में भाजपा के विधायकों ने ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया था जिसके कारण सरकार की काफी किरकिरी हुई थी।अब मानसून सत्र का आगाज हो चुका है और सरकार को इस बात का भय सता रहा है कि कहीं एक बार फिर भाजपा के विधायक ही भाजपा के लिए सिर दर्द न बन जाएं। सीएम यादव ने अब अपनी टीम को इसी लिए निर्देशित किया है कि पहले अपने विधायकों पर नजर रखें फिर कांग्रेस के विधायकों पर क्योंकि विपक्ष का तो काम ही है लेकिन सवाल तब खड़े होते हैं जब पक्ष के विधायक विपक्ष की भूमिका में आ जाते हैं।
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